दिग्गज एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा और अमिताभ बच्चन के बीच के रिश्ते हमेशा से सी चर्चा में रहे। कहा जाता है कि दोनों के बीच कभी अच्छी नहीं जमीं। लेकिन दोनों ने कभी भी मनमुटाव पर खुलकर कुछ नहीं कहा।
अब हाल ही में एक इवेंट के दौरान शत्रुघ्न ने बिग बी के साथ क्लैश पर बात की है। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें आज भी दीवार और शोले फिल्म को रिजेक्ट करने का मलाल होता है।
मुझे मलाल है कि मैं दीवार फिल्म में काम नहीं कर पाया- शत्रुघ्न
आज तक कोलकाता इवेंट में जब शत्रुघ्न ने सवाल किया- ‘ऐसी कोई चीज आप जिसका हिस्सा रहना चाहते थे, लेकिन शामिल न हो पाने का आपको आज भी मलाल है।
इस पर शत्रुघ्न ने कहा- मुझे मलाल है कि मैं दीवार फिल्म में काम नहीं कर पाया। वो फिल्म मेरे लिए लिखी गई थी। ये स्क्रिप्ट मेरे पास लाई गई थी, करीब 6 महीने तक मेरे पास ही रखी थी। लेकिन मनमुटाव के चक्कर में मैं फिल्म से बैकआउट हो गया। मुझे शोले भी पहले ऑफर हुई थी, लेकिन डेट्स न होने के कारण ये रोल बाद में अमिताभ बच्चन को दे दिया गया। उस वक्त मेरे पास शूटिंग के लिए बहुत सी फिल्में थी।’
एक्टर की अपनी अपनी फैन फॉलोइंग होती थी- शत्रुघ्न
बातचीत के दौरान शत्रुघ्न से दो स्टार्स के बीच ईगो क्लैश पर पूछा गया, तो जवाब में उन्होंने कहा-‘ हां बिल्कुल, क्लैश होता रहता है। एक्टर की अपनी-अपनी फैन फॉलोइंग होती थी, स्टारडम होता था। हम इंसानों का इस पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है। लेकिन जब हम समझदार होते हैं, तब हमें अहसास होता है, तब ईगो जैसी चीजों पर फर्क पड़ना बंद हो जाता है। इंडस्ट्री में मेरी किसी से भी दुश्मनी नहीं है, सभी से मेरे अच्छे रिश्ते हैं। हम एक-दूसरे को लेकर अब समझने लगे हैं। हमें उन लोगों को भुला देना चाहिए जो हमें तकलीफ दें।’
मैं ये जानने की कोशिश करता हूं कि ‘खामोश’ इतना फेमस कैसे हो गया- शत्रुघ्न
शत्रुघ्न का फेमस डायलॉग ‘खामोश’ आज भी लोगों फैंस की जुबान पर है। इस पर बात करते हुए शत्रुघ्न ने कहा- मैं अभी भी ये जानने की कोशिश करता हूं कि ये इतना फेमस कैसे हो गया। मैंने इस डायलॉग को कई फिल्मों में कहा है, लेकिन मुझे नहीं पता कि लोगों के ये पसंद क्यों आता है।’
खामोश मेरे नाम से ही जुड़ गया- शत्रुघ्न
शत्रुघ्न ने आगे कहा- ‘मैं मुगल-ए-आजम करीब 100 बार देख चुका हूं, मैंने हाल ही में नोटिस किया कि पृथ्वीराज कपूर ने भी एक सीन में ‘खामोश’ कहा है। लेकिन ये खामोश मेरे नाम से ही जुड़ गया। शायद ये मेरी पहचान है, मैं इसका शुक्रगुजार हूं।’
बिहार मेरी कमजोरी और ताकत दोनों है- शत्रुघ्न
बिहारी बाबू के नाम से पुकारे जाने वाले शत्रुघ्न ने इस नाम पर कहा- ‘मैं जब अपनी कटी शकल लेकर एफटीआईआई से फिल्मों में गया था। तब डायरेक्टर मृणाल सेन ने मुझे देखकर ठीक वैसा ही रहने की सलाह दी थी, जैसा मैं हूं। उन्होंने मुझे बताया कि ये तुम्हारी पहचान है, इसको छिपाना मत।’ मुझे अच्छा लगा जब उन्होंने ऐसा कहा।
मैं बिहार से था, जिसके सबसे पिछड़े राज्य के रूप में जाना जाता था। लेकिन मैंने उन सभी को बताया कि बिहार में बहुत ताकत है। इसने हमें कई फेमस हस्तियां दी है। जब मैं पहली बार मुंबई आया, तो मैंने सबसे कहा- ‘मैं जैसा हूं, मुझे स्वीकार करो- अच्छा बुरा या बदसूरत, में यही हूं। बिहार मेरी कमजोरी और ताकत दोनों है।’